ब्लड प्रेशर या रक्तचाप हमारे शरीर में रक्त के प्रवाह का वह दबाव होता है जो हृदय द्वारा रक्त को पंप करने पर धमनियों पर पड़ता है। सामान्य ब्लड प्रेशर का स्तर 120/80 mmHg माना जाता है। अगर यह स्तर इससे अधिक हो जाता है तो उसे उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure या Hypertension) कहा जाता है। यह एक "साइलेंट किलर" माना जाता है क्योंकि कई बार इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते, लेकिन यह हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी फेलियर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
इस लेख में हम जानेंगे कि ब्लड प्रेशर को कैसे प्राकृतिक और घरेलू उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है।
ब्लड प्रेशर बढ़ने के मुख्य कारण
. प्रेशर असंतुलन के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
. अस्वास्थ्यकर भोजन: अत्यधिक नमक, प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड का सेवन
. तनाव और चिंता
. अधिक वजन या मोटापा
. शारीरिक गतिविधियों की कमी
. धूम्रपान और शराब का सेवन
. परिवार में हाई बीपी का इतिहास
. नींद की कमी या अनियमित नींद
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के 10 असरदार उपाय
1. नमक का सेवन कम करें
अत्यधिक सोडियम ब्लड प्रेशर को तेजी से बढ़ाता है। रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करें। खाना बनाते समय नमक कम डालें और पैक्ड फूड से बचें।
वैकल्पिक उपाय: सेंधा नमक या काला नमक का उपयोग सीमित मात्रा में करें।
2. फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं
फल और सब्जियों में पोटैशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखते हैं। खासकर इनका सेवन करें:
. केला
. पालक
. गाजर
. टमाटर
. संतरा
. तरबूज
3. नियमित व्यायाम करें
रोजाना कम से कम 30 मिनट तेज चलना, योग, साइक्लिंग या तैराकी जैसे व्यायाम करें। इससे हृदय मजबूत होता है और ब्लड प्रेशर घटता है।
योगासन जो लाभदायक हैं:
. अनुलोम विलोम
. भ्रामरी प्राणायाम
. शवासन
. ताड़ासन
4. वजन नियंत्रित रखें
अधिक वजन ब्लड प्रेशर को तेजी से बढ़ाता है। अगर आप मोटापे से ग्रसित हैं तो वजन घटाने पर ध्यान दें।
टिप: एक किलो वजन घटाने से लगभग 1 mmHg ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
5. तनाव कम करें
तनाव रक्तचाप को अस्थायी रूप से बढ़ा सकता है, लेकिन लगातार तनाव स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
तनाव कम करने के तरीके:
. मेडिटेशन करें
. गहरी सांस लेने की प्रक्रिया अपनाएं
. संगीत सुनें
. प्रकृति के साथ समय बिताएं
6. धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब ब्लड प्रेशर बढ़ाने के प्रमुख कारण हैं। इनसे दूर रहना सबसे अच्छा उपाय है।
7. पर्याप्त नींद लें
रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। अनियमित या कम नींद हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है, जिससे रक्तचाप बढ़ता है।
8. कैफीन का सेवन सीमित करें
कॉफी, चाय या कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, खासकर यदि आपको पहले से ही हाई बीपी की समस्या है।
9. घरेलू उपाय अपनाएं
(a) लहसुन:
लहसुन ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। इसे खाली पेट पानी के साथ निगल सकते हैं।
(b) आंवला:
प्रतिदिन आंवला जूस पीना रक्तचाप को संतुलित करता है।
(c) मेथी के दाने:
रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
(d) त्रिफला चूर्ण:
रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ सेवन करें।
10. नियमित जांच और डॉक्टर से संपर्क
यदि आपका बीपी बार-बार बढ़ता या घटता है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें और नियमित जांच करवाते रहें।
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ब्लड प्रेशर के लक्षण
कई बार हाई बीपी के स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ सामान्य संकेत इस प्रकार हैं:
सिर दर्द
1. चक्कर आना
2. आंखों के सामने धुंधलापन
3. हृदय की धड़कन तेज होना
4. सांस फूलना
5. थकान महसूस होना
6. यदि ये लक्षण बार-बार हों तो BP जरूर चेक करवाएं।
उच्च रक्तचाप की जटिलताएं
1. दिल का दौरा (Heart Attack)
2. स्ट्रोक (मस्तिष्कघात)
3. किडनी फेलियर
4. आंखों की रोशनी पर असर
5. याददाश्त की कमजोरी
इसलिए हाई बीपी को हल्के में न लें।
उच्च रक्तचाप में क्या खाएं? (डायट चार्ट)
क्या न खाएं
. अधिक नमक वाले स्नैक्स
. तले हुए और प्रोसेस्ड फूड
. रेड मीट
. बेकरी आइटम्स (जैसे केक, पेस्ट्री)
. कोल्ड ड्रिंक्स
. शराब और सिगरेट
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ जो मदद कर सकती हैं
. अर्जुन छाल – दिल के लिए उत्तम
. अश्वगंधा – तनाव कम करने के लिए
. ब्राह्मी – मानसिक शांति हेतु
. गोखरू – किडनी की कार्यक्षमता बेहतर करने के लिए
इनका सेवन विशेषज्ञ की सलाह से करें।
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